मुंबई। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का 20 विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार करने के फैसले के बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है, न कि किसी राजनीतिक दल का कार्यक्रम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। विपक्षी दलों ने भाजपा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उद्घाटन के लिए आमंत्रित न करके उन्हें “दरकिनार” करने का आरोप लगाया है।
राउत ने कहा, ”हम नए (संसद) भवन के उद्घाटन के खिलाफ नहीं हैं। हम जानना चाहते हैं कि भारत के राष्ट्रपति को क्यों नहीं आमंत्रित किया गया है। उपराष्ट्रपति, जो राज्यसभा का सभापति होता है, कहां है? आमंत्रण सूची में स्पीकर ओम बिड़ला का नाम है।”
विपक्षी दलों का कहना है कि देश का संवैधानिक प्रमुख होने के नाते राष्ट्रपति को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए। राउत ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि लालकृष्ण आडवाणी को समारोह से दूर रखा गया है, जिनकी वजह से भाजपा अब ‘अच्छे दिन’ देख रही है।
राउत ने कहा, सवालों के जवाब देने के बजाए, बीजेपी बहाने बना रही है कि इंदिरा गांधी ने संसद की इमारत के विस्तार का उद्घाटन किया था और राजीव गांधी ने संसद की लाइब्रेरी का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा कि विस्तार भवन, पुस्तकालय और मुख्य भवन में अंतर है।