लखनऊ। पीडब्लूडी विभाग के नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ भवन में विभिन्न शिक्षक कर्मचारी संगठनो ने की सामूहिक बैठक में बजट बहुत निराशाजनक बताया गया। बजट में शिक्षकों कर्मचारियों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है साथ ही अटेवा की सबसे प्रमुख मांग पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण की समाप्ति के विषय में कोई भी निर्णय नही लिए जाने से शिक्षकों कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। बैठक में निर्णय लिया गया कि इसका असर निश्चित रूप से चुनाव में देखने को मिलेगा। सभी ने शिक्षक कर्मचारियों को निराश करने वाला बजट बताया और इसकी घोर निंदा करते हुए कहा कि आने वाले विधान सभा चुनाव में शिक्षक-कर्मचारी हित की बात करने वालों को ही समर्थन दिया जाएगा। विभिन्न विभागों के कार्यालयों व विद्यालयों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाने पर सहमति बनी। सभी संगठन स्कूल, कॉलेज व कार्यालय में जा जाकर के अधिक से अधिक वोट डालने की अपील की जाएगी। कर्मचारी हितों और उनके मुद्दों पर सजग रहने की बात दोराई जाएगी। क्योंकि एक जागरूक मतदाता और सचेत नागरिक ही लोकतंत्र के परिपक्वता की निशानी है।
एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षक कर्मचारियों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रही है। उत्तर प्रदेश के 13 लाख सहित देशभर के 70 लाख शिक्षकों-कर्मचारियों के विषय पुरानी पेंशन बहाली पर कोई चर्चा न करके साफ साफ संदेश दे दिया कि इनके एजेंडे में शिक्षक-कर्मचारी दूर-दूर तक नहीं है। इसका खामियाजा उत्तर प्रदेश सहित पाँच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव में इन्हें भुगतना पड़ेगा। शिक्षक-कर्मचारी अपने मुद्दे के के साथ रहेगा।
उत्तर प्रदेश पीडब्लडीनियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भारत सिंह यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने आम बजट में शिक्षकों, कर्मचारियों, किसानों व नौजवानों को निराश किया है। उनके हित में कोई कदम न उठा कर उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाले निर्णय लिए गए हैं। शिक्षकों कर्मचारियों को टैक्स में कोई छूट न दे कर के बहुत बड़ा आघात पहुंचाया गया है। कर्मचारी इसे देख रहा है और इसका जवाब भी देगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे ने कहा निजीकरण पर तेजी दिखा कर सरकार ने जता दिया कि हमारे एजेंडे में शिक्षक कर्मचारी न होकर बड़े-बड़े उद्योगपति हैं। चुनाव में कर्मचारी इनके खिलाफ मतदान को विवश होगे और हम एकजुट होकर इस निरंकुश व तानाशाही सरकार को इसका जवाब देने का भी काम करेंगे।चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान महासचिव व राजकीय नर्सेज संघ के प्रदेश महामंत्री अशोक कुमार ने कहा कि भीषण कोरोना काल मे जब सारे संस्थान बन्द थे। उस समय केवल और केवल सरकारी संस्थान ही खुले थे। जिन निजी संस्थाओं को खोला भी गया उनकी लूट किसी से छुपी नहीं है। जब रेमडेशिविर व ऑक्सीजन की ऊँचे दामों पर कालाबाजारी हुई, उसे कौन भूल सकता है। उससे भी इस सरकार ने सबक नहीं लिया और निजीकरण की ओर पूरी रफ्तार से बढ़ रही है। समझ नहीं आता यह सरकार देश को कहाँ ले जाना चाहती है। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत हम मतदाताओं को इसके प्रति जागरूक करेंगे। चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रवण सचान ने कहा हमारा स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान की परवाह किये बिना रात-दिन जनता की सेवा में लगा रहता है। आपदा काल मे पूरी तन्मयता के साथ लगा रहा। उससे बड़े-बड़े वायदे भी किये गए लेकिन मिला क्या केवल पुष्प-वर्षा, पुष्प-वर्षा से किसी के घर नहीं चलते इसे समझना होगा। नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री शैलेन्द्र शुक्ला ने बताया कि शिक्षकों कर्मचारियों के लिर यह बजट पूरी तरह से निराशाजनक रहा। प्रदेश की अब केंद्र सरकार ने भी अपनी मंशा स्पष्ट कर दिया है। जबकि हमें केंद्र सरकार से बहुत उम्मीद थी कि वह हमारे हितों को अपने बजट में स्थान देंगे।मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग के अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने कहा सरकारें जब अपने कामों को जनता के बीच गिनातीं हैं तो वह ये भूल जाती हैं कि इन योजनाओं व कामों को धरातल पर उतारने का काम हम कर्मचारी ही करते हैं, आज वही कर्मचारी निराश है।खंडीय शाखा पीडब्ल्यूडी के अध्यक्ष पदम् नाथ त्रिवेदी ने कहा हम उनके साथ है जो कर्मचारियों के हितों की बात करते हैं। इस बार कर्मचारी अपने हितों को ध्यान में रखकर न केवल वोट करेगा, बल्कि अपने अन्य साथियों को भी जागरूक करेगा।पीडब्ल्यूडी सर्किल ऑफिस के अध्यक्ष सुनील कुमार व महामंत्री जेपी तिवारी ने कहा आज की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि सभी पदाधिकारी मतदाता जागरूकता अभियान चलाएँगे, इस क्रम में भौतिक रूप से व सोशल मीडिया के माध्यम से भी कर्मचारियों को जागरूक करने का काम किया जाएगा। उत्तर प्रदेश लैब टेक्नीशियन संघ के प्रांतीय सचिव कमल कुमार श्रीवास्तव ने कहा इस बार सभी कर्मचारी जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र से ऊपर उठ चुके हैं और पुरानी पेंशन की बहाली के लिए एकजुट होकर वोट करेंगे।
उक्त बैठक में शिक्षक कर्मचारी संगठनों के बड़े नेता डॉक्टर नीरजपति त्रिपाठी, रामेन्द्र श्रीवास्तव ,रजत प्रकाश , सुनील कुमार वर्मा, ओम प्रकाश पटेल,सुधांशु शर्मा, चन्द्र प्रकाश मिश्र रजत यादव, सुनील कुमार, सर्वेश पाटिल, कपिल वर्मा, रमई यादव, श्रीनाथ, संजय कुमार यादव, सैय्यद मोहम्मद नदीम, ओम प्रकाश मौर्य, प्रयाग नारायण बाजपेयी, शरद कुमार पाण्डेय मौजूद रहे।