चैतन्य भट्ट
अभी तक तो यह माना जाता था कि राजनेताओं का कोई भरोसा नहीं है, वे कब पलटी खा जाएं उनके अलावा भगवान भी नहीं जानता । सुबह जिस पार्टी और उसके नेताओं को पानी पी पीकर कोसते हैं शाम को उसी पार्टी और उसके नेताओं के तारीफ में ऐसे कसीदे पढ़ते हैं जैसे बरसों से ही उसी पार्टी में हों, लेकिन अब रंग बदलने में मौसम ने इन राजनेताओं को पीछे छोड़ दिया है। मौसम का हाल ये है कि कब धूप निकल जाए, कब पानी बरसने लगे , कब ठंड में दांत किटकिटाने लगें कोई नहीं जानता । मौसम विभाग वाले भी इस मौसम के “गिरगिटपने” से हैरान और हलाकान हैं, जिस दिन वे ये बताते हैं कि मौसम सूखा रहेगा उस दिन ऐसी बारिश होती है कि नाले नालियां उफन जाते हैं, जिस दिन वे बताते हैं कि आज पानी की संभावना है उस दिन ऐसा सूखा पड़ता है कि उसे रेगिस्तान भी शर्मा जाएं, जिस दिन मौसम विभाग बताएं कि आज ठंड पड़ने वाली है उस दिन समझ लो आपको” लू ” लगने से कोई नहीं बचा सकता । मौसम के इसी गिरगिटपने को देखकर किसी गीतकार ने ये गीत लिखा था “आज मौसम बड़ा बेईमान है आज आने वाला कोई तूफान है” कहते हैं मौसम तो भगवान का बनाया हुआ है उसे तो इस तरह से बेईमानी नहीं करना चाहिए, तो भैया इंसान को भी तो भगवान ने ही बनाया है जब इंसान बेईमान हो सकता है तो मौसम क्यों नहीं ? अपनी तो एक ही सलाह है भैया हम आदमी को कि जब भी घर से निकलो अपने पास एक प्याज, एक स्वेटर, और एक बरसाती जरूर रखो हो सकता है घर से निकलते वक्त पानी बरस रहा हो तो तुरंत बरसाती पहन लो ,थोड़ा और आगे बढ़ो तो हो सकता है लू चल रही हो तो प्याज काम आयेगी , और आगे बढ़ोगे तो ठंड से शरीर कंपकपाने लगे ऐसे में स्वेटर तो है ही अपने पास, बस आपको ये तीन चीजें लेकर चलना है मौसम आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
तुम्हारी भी जय जय हमारी भी,,
साठ के दशक में “दीवाना” फिल्म आई थी जिसमें उस जमाने के मशहूर कलाकार राज कपूर और सायरा बानो मुख्य पात्र थे, इस फिल्म में साहिर लुधियानवी का लिखा और शंकर जयकिशन के संगीत से सजा एक गाना था “तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय ना तुम हारे ना हम हारे।” ये गाना सत्तर बहत्तर साल बाद अपने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पर पूरी तरह से फिट बैठता है। लंबे अरसे से उमा भारती शराब के खिलाफ अभियान चला रही थीं कई बार ऐसे ऐसे बयान भी दिए जिससे मामा जी की कुर्सी हिलती हुई दिखाई दी लेकिन मामा जी तो मामा जी है उन्होंने भी ऐसी “तुरुप की चाल” चली कि उमा भारती को भी उनकी जय जयकार करना पड़ गया। मामा जी ने एक ही झटके में नई शराब नीति में अहाते बंद करने की घोषणा कर दी बस फिर क्या था उमा भारती गदगद हो गई उन्होंने साफ कह दिया जो कुछ भी मैंने मांगा था शिवराज सिंह जी ने उससे भी बढ़कर कर दे दिया। ये तो वही बात हुई पर “गुड़ खाएं पर गुलगुलों से परहेज करें” अरे दीदी दारु तो धकापेल बिकेगी। आदमी अहातों में नहीं तो घर में जाकर पिएगा और नहीं तो किसी पुलिया के नीचे, कोने कातर में जाकर हलक में उतार लेगा, आप तो शराबबंदी की बात कर रही थी लेकिन शराबबंदी के बदले मामाजी की इस नई शराब नीति से गरीब गुरबे दरुओं को ही अलसेठ मिलने वाली है जो बेचारे अहातों में बैठकर अपनी प्यास बुझा लेते थे, बड़े लोगों का क्या है उनके लिए तो आज भी बड़े-बड़े “बार” आबाद है अब चूंकि मामला फंसा था ना उमा भारती मान रही थी और ना मामा जी शराबबंदी के पक्ष में थे तो एक ऐसा बीच का रास्ता निकाल लिया गया जिसमें “तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय ना तुम हारे ना हम हारे वाला फार्मूला फिट हो गया
चाहे लड़ो झगड़ो लेकिन रहो बीवी के साथ
“ब्रिटिश मेडिकल जर्नल” में एक खबर छपी है कि जो पति पत्नी एक साथ रहते हैं उनमें “डायबिटीज” की संभावना कम होती है वे चाहे लड़ें झगड़ें, मारा पीटी करें, एक दूसरे को गाली दे लेकिन अगर वे साथ हैं तो उनमें “हार्ट अटैक” की संभावना नहीं के बराबर होती है अब यह सर्वे किसने किया है ये तो वे जनरल वाले ही जाने लेकिन यहां तो आम आदमी यही मानता है बीवी की टोका टाकी से तनाव बढ़ता है और जब तनाव बढ़ता है तो ब्लड प्रेशर बढ़ता है ब्लड प्रेशर बढ़ेगा तो हार्ट पर दबाव बनेगा और जब हार्ट पर दवाब बनेगा तो हार्ट अटैक आने की पूरी पूरी संभावना है लेकिन रिपोर्ट तो यही कह रही है कि चाहे आप प्रेम से रहो या फिर पूरे टाइम झगड़ते रखो आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा, अब आदमी सोच रहा है कि यदि बीवी के साथ ही रहना तो भैया उसकी बात ही मानो झगड़ने से भी स्वास्थ्य ठीक रहेगा और प्रेम से रहने पर भी स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा इसलिए अच्छा तो यही है कि कम से कम प्रेम के साथ ही बने रहो बीवी भी खुश और आप भी खुश ।
सुपर हिट ऑफ़ द वीक
“एक टिकिट “मोंगा” की देना” श्रीमान जी ने रेलवे टिकट काउंटर पर बैठे बुकिंग क्लर्क से कहा
बुकिंग क्लर्क ने काफी देर तक रजिस्टर चेक किए और फिर आखिर हार कर श्रीमान जी से पूछा
“आखिर ये मोंगा है किधर”
जो तो है” कहकर श्रीमान जी ने अपने पास खड़े अपने बेटे की तरफ इशारा कर दिया ।