नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ड्रग पेडलर्स (ड्रग तस्कर) पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसके लिए पुलिस ने 160 ड्रग तस्करों की सूची तैयार की है, जिनके जरिए ड्रग माफियाओं तक पहुंचा जा सकता है।क्राइम ब्रांच के स्पेशल कमिश्नर (विशेष आयुक्त) रविंद्र यादव ने बताया कि हम जल्दी ही इन ड्रग पेडलर्स पर कार्रवाई करेंगे। इस पर क्राइम ब्रांच की विभिन्न इकाइयां काम कर रही हैं। इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने के लिए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच और गिरफ्तारी के लिए काम चल रहा है। अलग-अलग इकाइयां इस पर काम कर रही हैं और जल्द ही ड्रग्स के इस गठजोड़ को खत्म करने में कामयाब होंगी।शल सीपी रविंदर यादव ने यह भी बताया कि हाजी सलीम ड्रग्स की दुनिया का एक बड़ा खिलाड़ी है और उसके तौर-तरीकों की जानकारी केंद्रीय एजेंसियों और नारकोटिक्स ब्यूरो से भी साझा की गई है।
उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों में जो भी बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ, जिसमें भारी मात्रा में हेरोइन पकड़ी गई, एक अफगानी भी पकड़ा गया था और एक डॉक्टर भी पकड़ा गया। इन सभी मामलों में अफगान लिंक सामने आया। जब तस्करों से पूछा गया तो हाजी का नाम सामने आया।हाजी अफगानिस्तान से पाकिस्तान, ईरान या दुबई के जरिए ड्रग्स भेज रहा है। जहां से भी उसे मौका मिलता है, वो ड्रग्स की सप्लाई करता है।
केंद्रीय एजेंसियां हाजी के बार में पता लगा रही हैं। वह बहुत शातिर तरीके से काम करता है और उसने ड्रग्स की सप्लाई के लिए बहुत से मिडिल प्लेयर्स (जो ड्रग्स पहुंचाने का काम करते हैं) रखे हैं। वह इन्हीं के जरिए कुछ मात्रा में ड्रग्स भिजवाता है। यह तस्कर पर्यटक या मेडिकल वीजा पर भारत आते हैं।
फिर इनसे गोदाम या दवा कारखाना खोलने के लिए कहा जाता है। इसके बाद हाजी अपने बिचौलियों के पास यह कच्चे माल को भेज देता है। इसके बाद वो कच्चे माल को भारत में आपूर्ति करने के लिए कहता है। उन्होंने आगे कहा कि हाजी सलीम कई मॉड्यूल के साथ काम करता है।हाजी सलीम के कई मॉड्यूल हैं। अगर उसका एक मॉड्यूल पकड़ा जाता है तो वह दूसरे मॉड्यूल के तहत ड्रग्स भेजने की प्रक्रिया शुरू कर देता है। उसकी बड़ी खेप समुद्री रास्तों से भी आती है।