नई दिल्ली। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को कहा कि भारत इस साल के अंत में मौसम की भविष्यवाणी करने वाले संस्थानों के लिए अपना नया 18 पेटाफ्लॉप सुपर कंप्यूटर पेश करेगा। रिजिजू ने नोएडा में मंत्रालय के नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्टिंग (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) का दौरा करने के बाद यह घोषणा की।
एनसीएमआरडब्ल्यूएफ में ‘मिहिर’, 2.8 पेटाफ्लॉप सुपर कंप्यूटर है, जबकि भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम), पुणे में ‘प्रत्यूष’, 4.0 पेटाफ्लॉप सुपर कंप्यूटर है। रिजिजू ने एनसीएमआरडब्ल्यूएफ में कहा कि नया सुपरकंप्यूटर 900 करोड़ रुपये की लागत से खरीदा जाएगा। मंत्रालय द्वारा तय की गई व्यवस्था के अनुसार, एनसीएमआरडब्ल्यूएफ को आठ पेटाफ्लॉप सुपरकंप्यूटिंग पावर आवंटित की जाएगी और शेष 10 पेटाफ्लॉप आईआईटीएम को दिए जाएंगे।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा कि वर्तमान में, हम 12 किलोमीटर के रिज़ॉल्यूशन के साथ पूर्वानुमान देते हैं। नया सुपर कंप्यूटर इसे छह किलोमीटर के रिजॉल्यूशन में सुधार देगा। हमारा उद्देश्य एक किलोमीटर के रिजॉल्यूशन के पूर्वानुमान को प्राप्त करना है। एनसीएमआरडब्ल्यूएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘मिहिर’ और ‘प्रत्यूष’ को 2018 में लॉन्च किया गया था और नए सुपरकंप्यूटर के अनावरण के बाद इसे हटा दिया जाएगा।
नए सुपरकंप्यूटर के उपयोग से मौसम वैज्ञानिकों को पूर्वानुमान की उच्च रिजॉल्यूशन रेंज देने में मदद मिलेगी, समुद्री जल गुणवत्ता पूर्वानुमान सहित अधिक सटीकता और लीड समय और महासागर राज्य पूर्वानुमान के साथ चक्रवातों की भविष्यवाणी की जाएगी।