लखनऊ। सरोजनीनगर तहसील प्रशासन द्वारा वरासत के 500 से अधिक ऑनलाइन आवेदन को एक साथ पोर्टल से निस्तारित किए जाने के विरोध में सरोजनीनगर तहसील बार एसोसिएशन के सदस्य वकीलों ने सोमवार को धरना -प्रदर्शन किया।
बार अध्यक्ष कमलेश प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि वरासत के यह सभी मामले अब विवादित बनकर कांटेस्ट में चले गए। यह कोर्ट में चलेंगे। जबकि अधिकतर में लेखपाल की रिपोर्ट लगी थी। अब वरासत कराने के लिए किसानों को पैसे और समय दोनों जाया करना होगा। बिना वजह के तहसील के चक्कर काटने पड़ेंगे।
तहसील परिसर में मौके पर पहुंचे एसडीएम सिद्धार्थ ने 15 दिनों में सभी मामलों का निस्तारण कराये जाने का आश्वासन दिया। बताया कि आरोपित राजस्व निरीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस दौरान बार के उपाध्यक्ष एपी सिंह, राजेश विश्वकर्मा, पंकज सिंह समेत बड़ी संख्या में वकील मौजूद रहे।