नई दिल्ली अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार 25 जनवरी से उनकी संपत्ति में गिरावट होने लगी। आलम ये है कि पिछले बीते दस दिनों में गौतम अदाणी की संपत्ति आधी से भी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बीच 12.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। अदाणी की नेटवर्थ में दस दिन में करीब 65 अरब डॉलर की कमी आ चुकी है। वह रईसों की लिस्ट में फिसलकर टॉप 15 से भी बाहर हो गए हैं। हिंडनबर्ग नाम की अमेरिकी फर्म ने गौतम अदाणी की अगुवाई वाले समूह की कंपनियों के बारे में एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में अदाणी समूह पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया गया। 24 जनवरी को गौतम अदाणी की नेट वर्थ 126 बिलियन (अरब) डॉलर थी।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अदाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। अदाणी की नेटवर्थ घटकर 120 अरब डॉलर हो गई। हालांकि, अदाणी अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर बरकार रहे। अदाणी समूह के सीएफओ जुगशिंदर सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी करके डिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया। अदाणी समूह ने कहा कि वह अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। अमरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट पर पूरी तरह कायम है।अदाणी समूह के शेयरों को बिकवाली की वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ा। इसकी वजह से गौतम अदाणी की नेट वर्थ में भारी आई। अदाणी दुनिया के पांच सबसे अमीर व्यक्ति की सूची से बाहर हो गए। उनकी संपत्ति 98.1 बिलियन डॉलर रह गई। अदाणी अमीरों की सूची में सातवें नंबर पर पहुंच गए।
अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को भारत, इसकी संस्थाओं, देश की विकास की गाथा और इसकी महत्वाकांक्षाओं पर एक सुनियोजित हमला करार दिया। 413 पन्नों के जवाब में अदाणी समूह ने रिपोर्ट में उठाए गए 88 सवालों का जवाब भी दिया। सोमवार को बाजार खुलने के साथ ही अदाणी समूह को एक और तगड़ा झटका। कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट जारी रही। गौतम अदाणी की नेट वर्थ 9.9 बिलियन डॉलर की कमी के साथ 88.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई।अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को पूर्ण अभिदान (फुल सब्सक्राइब्ड) मिल गया। 20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ को मंगलवार को बिक्री के आखिरी दिन गैर-खुदरा निवेशकों का समर्थन मिला। 4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश के मुकाबले 4.62 करोड़ शेयरों की मांग रही। इसका फायदा अदाणी की नेट वर्थ को भी मिला। अदाणी की नेट वर्थ बढ़कर 89.1 बिलियन डॉलर पहुंच गई। रेटिंग एजेंसी क्रेडिट स्विस ने अदाणी ग्रुप के बॉन्ड को मानने से इनकार कर दिया। इसके बॉन्ड की वैल्यू को जीरो कर दिया। बाजार पर इसका बुरा असर पड़ा। अदाणी की नेट वर्थ गिरकर 74.7 बिलियन डॉलर रह गई। अमीरों की सूची में अदाणी 15वें नंबर पर फिसल गए। एक फरवरी की रात को ही अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने अपने 20,000 करोड़ रुपये के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) को रद्द कर दिया।
एफपीओ वापस लेने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली जारी रही। इसके साथ ही अदाणी की संपत्ति में गिरावट भी जारी रही। उनकी नेट वर्थ एक दिन में 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमी हुई। अदाणी अमीरों की सूची में 16वें नंबर पर पहुंच गए। उनकी कुल संपत्ति घटकर 64.2 बिलियन डॉलर रह गई। बाजार खुलने के साथ अदाणी की कंपनी के शेयरों में गिरावट जारी रही। इसके साथ ही उनकी संपत्ति में भी गिरावट होती रही। बाजार खुलने के डेढ़ घंटे में ही अदाणी अमीरों की सूची में 22वें नंबर तक पहुंच गए। हालांकि, दोपहर में रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच की ओर जारी बयानों के बाद का अदाणी के शेयरों पर सकारात्मक असर पड़ा। निचले स्तर से उनकी कंपनी के शेयरों में लगभग 56 फीसदी का सुधार हुआ। इसके चलते अदाणी एक बार फिर टॉप-20 अमीरों की सूची में शामिल हो गए। दिन खत्म होने तक उनकी संपत्ति 16.9 बिलियन डॉलर हो गई। अदाणी अमीरों की सूची में 17वें नंबर पर आ गए।